आज की तालीम
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| GAZALA KHAN |
आज की तालीम........अल्लाह तबारकव तआला ने खुद इर्शाद फरमाया है कि मेरी बारगाह में मांगी गई कोई भी दुआ जाया नहीं जाती। लेकिन मसलन जैसे- किसी ने अस्र की नमाज मंे दुआ की की फलां से मेरे 1000 का कर्जा मिल जाए और वह अस्र के बाद उसके पास चला गया लेकिन उसे रूपए नहीं मिले । अल्लाह पाक इर्शाद फरमाते हैं कि उस पैसे उस वक्त इस लिए नहीं मिले क्योंकि वह उसके हक में ठीक नहीं थे और उसकी दुआ का फायदा उसे ऐसे हुआ कि उसके हक में अस्र के बाद उसका एक्सीडेंट होना था लेकिन उसे उसकी उस दुआ ने उसे एक्सीडेट से बचा दिया। देखा अल्लाह पाक की बारगाह में कि गई दुआ का असर कहां से कहां जा कर कुबूल होता है।,,,,,,,,,,,,,,,, मसलन आप नमाज पढ़े और खुदा से इतनी मुहब्बत करों कि उसे आपसे मुहब्बत करने में मजबूर होना पड़े।