Sunday, December 23, 2012

अलविदा 201२, स्वागतम 201३

MOHD SALEEM
बीत गया जो साल भूल जाएँ, उस नये साल को गले लगाये
करते हैं दुआ हम रब्ब से सर झुका के, इस साल के सारे सपने पूरे हो आपके!
नया साल मुबारक हो
जाने वाले साल को प्यारी सी विदाई, आने वाले साल को सलाम, फ ूल का गुलदस्ता नहीं कागज़ पर सपना हैं नया साल मुबारक हो यही मेरी तमन्ना है, नया साल 201३ मुबारक
ÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓ
मुझे माफ कर दो। एक बूरी खबर है। मैं आपको छोड़कर जा रहा हूं। मुझे अब भूल जाना। कुछ दिनों बाद मैं चला जाऊंगा और फिर आपको कभी नजर नहीं आऊंगा। तुम्हारा अपना 201२
ÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓ
आ गले लग जा मेरे यार, दे दूँ जादू की झप्पी दो चार!
ऐसे ही कट जाये जि़न्दगी विदाउट एनी रिस्क
इस उम्मीद के साथ आपको नव वर्ष की शुभकामनायें
ÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓÓ
सुनहरी धूप बरसात के बाद, थोड़ी सी हंसी हर बात के बाद,
उसी तरह हो मुबारक आपको 201३, 201२ के बाद!
आपको नव वर्ष की शुभकामनायें।

Tuesday, November 20, 2012

यूपी में नहीं मनीला में पैदा हुई 700 करोड़वीं संतान

दुनिया की आबादी 700 करोड़ हो गई है। दुनिया की 700 करोड़वीं संतान पैदा हो गई है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक ये संतान फिलिपींस की राजधानी मनाली के जोस फैबिला मेमोरियल अस्पताल में पैदा हुआ है और ये लड़की है। बच्ची का नाम डानिका मे कामाचू रखा गया है। बच्ची का वजन ढाई किलो है। पहले संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष का अनुमान था कि सात अरबवां बच्चा भारत के उत्तर प्रदेश में पैदा होने वाला है। यूपी के दो शहर लखनऊ और बागपत से इस बात के दावे भी उभरकर सामने आए थे। लेकिन बाजी मनीला ने मार ली और लखनऊ, बागपत पीछे रह गए। बागपत में बच्चा पैदा होने से पहले ही मिठाइयां बांटी जा रही थीं। लोग खुशियां मना रहे थे। लोगों का कहना था कि सुन्हेडा गांव में इस बच्चे का जन्म होगा। गांव की पिंकी जिस बच्चे को जन्म देती उसके पैदा होते ही दुनिया की आबादी 7 अरब के आंकड़े को छू लेने वाली थी। मालूम हो कि जनसंख्या वृद्धि के हिसाब से भारत में हर मिनट 51 बच्चे पैदा होते हैं। 20 करोड़ की आबादी वाले यूपी में ये आंकड़ा हर मिनट 11 बच्चों का है। इसी के आधार पर अनुमान लगाया जा रहा था कि 7 अरबवां बच्चा यूपी में ही पैदा होगा।

क्यो मनाते हैं मुहर्रम?


मुहर्रम इस्लाम धर्म में विश्वास करने वाले लोगों का एक प्रमुख त्यौहार है। इस माह की बहुत विशेषता और महत्व है। सन् 680 में इसी माह में कर्बला नामक स्थान मे एक धर्म युद्ध हुआ था, जो पैगम्बर हजरत मुहम्म्द स0 के नाती तथा यजीद (पुत्र माविया पुत्र अबुसुफियान पुत्र उमेय्या) के बीच हुआ। इस धर्म युद्ध में वास्तविक जीत हजऱत इमाम हुसैन अ0 की हुई। पर जाहिरी तौर पर यजीद के कमांडर ने हजऱत इमाम हुसैन अ0 और उनके सभी 72 साथियों को शहीद कर दिया था। जिसमें उनके छ: महीने की उम्र के पुत्र हजऱत अली असगऱ भी शामिल थे और तभी से तमाम दुनिया के ना सिफऱ्  मुसलमान बल्कि दूसरी क़ौमों के लोग भी इस महीने में इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत का ग़म मनाकर उनकी याद करते हैं। आशूरे के दिन यानी 10 मुहर्रम को एक ऐसी घटना हुई थी, जिसका विश्व इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है। इराक स्थित कर्बला में हुई यह घटना दरअसल सत्य के लिए जान न्योछावर कर देने की जिंदा मिसाल है। इस घटना में हजरत मुहम्मद (सल्ल) के नवासे (नाती) हजरत हुसैन को शहीद कर दिया गया था। कर्बला की घटना अपने आप में बड़ी विभत्स और निंदनीय है। बुजुर्ग कहते हैं कि इसे याद करते हुए भी हमें हजरत मुहम्मद (सल्ल) का तरीका अपनाना चाहिए। जबकि आज आमजन को दीन की जानकारी न के बराबर है। अल्लाह के रसूल वाले तरीकों से लोग वाकिफ  नहीं हैं। ऐसे में जरूरत है हजरत मुहम्मद (सल्ल) की बताई बातों पर गौर करने और उन पर सही ढंग से अमल करने की जरुरत है। इमाम और उनकी शहादत के बाद सिर्फ उनके एक पुत्र हजरत इमाम जैऩुलआबेदीन, जो कि बीमारी के कारण युद्ध मे भाग न ले सके थे बचे। दुनिया मे अपने बच्चों का नाम हजऱत हुसैन और उनके शहीद साथियों के नाम पर रखने वाले अरबो मुसलमान हैं। इमाम हुसेन की औलादे जो सादात कहलाती हैं दुनियाभर में फैली हुयी हैं। जो इमाम जेनुलाबेदीन अ0 से चली।
बाक्स
Mohd Saleem
करबला, इराक की राजधानी बगदाद से 100 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व में एक छोटा-सा कस्बा, जहां 10 अक्टूबर 680 (10 मुहर्रम 61 हिजरी) को युद्ध समाप्त हुआ।
इसमें एक तरफ  72 (शिया मत के अनुसार 123 यानी 72 मर्द-औरतें और 51 बच्चे शामिल थे) और दूसरी तरफ  40,000 की सेना थी, इस युद्ध में
हजरत हुसैन की फौज के कमांडर अब्बास इब्ने अली थे। उधर यजीदी फौज की कमान उमर इब्ने सअद के हाथों में थी।
हुसैन इब्ने अली इब्ने अबी तालिब
हजरत अली और पैगंबर हजरत मुहम्मद की बेटी फातिमा (रजि) के पुत्र।
जन्म- 8 जनवरी 626 ईस्वी ,मदीना,  सऊदी अरब ( 3 शाबान 4 हिजरी)
शहादत- 10 अक्टूबर 680 ई् (करबला) इराक) 10 मुहर्रम 61 हिजरी।

Friday, September 7, 2012

बगल में छोरा नगर में ढि़ढोरा


Sunday, August 26, 2012


   बच्‍चे को मोटापे से बचाना है? तो हटा दीजिए टीवी!         


अगर आप अपने बच्चों में मोटापे को लेकर परेशान है, तो यह सलाह आपके काम आ सकती है। युवाओं में मोटापे की रिकॉर्ड दर को देखते हुए एक ब्रिटिश विशेषज्ञ ने अभिभावकों को उनके बच्चों के कमरे से टीवी हटाने की सलाह दी है। समाचार पत्र च्डेली मेलज् ने अपनी रपट में बताया कि एक परियोजना में शामिल शिक्षाविदों के अनुसार नर्सरी के बच्चों को मोटापे से बचाने के लिए उन्हें टीवी कार्यक्रमों को देखने से रोकने की जरूरत है। च्टॉय बाक्सज् नाम के इस सर्वेक्षण से पता चला है कि यूरोपीय प्री-स्कूलर्स में मोटापा का रिकॉर्ड स्तर है। एथेन्स स्थित हरोकोपिओ विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर यानीस मेनिओस इस परियोजना के समन्वयक हैं। उन्होंने कहा, "हमें मोटापे से बचने के लिए नए दृष्टिकोण की जरूरत है। हमने पाया कि कई देशों में स्वस्थ भोजन और सक्रिय खेल पर स्पष्ट दिशा-निर्देशों की कमी है।" अभिभावकों की प्रेरणा से हो सकता है वजन कम उन्होंने बताया, "हालांकि अधिक समय तक बैठे रहने वाले व्यवहार के अनुवर्ती मोटापे के साथ जुड़े होने के अच्छे प्रमाण मिले हैं।" अधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक प्रत्येक पांच में एक बच्चा स्कूल की शुरुआत के वक्त मोटापाग्रस्त है। शिक्षाविदों ने पाया कि स्पेन में करीब ४०,००० प्री-स्कूल लड़कियों को मोटापाग्रस्त के रूप में वर्गीकृत किया गया है। चार वर्षों तक चले इस अध्ययन से यह भी पता चला है कि उत्तरी यूरोप में आठ में से एक बच्चा मोटापाग्रस्त है, जो दक्षिणी यूरोप से २५ प्रतिशत अधिक है।
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   छू ली है जमीं अनारकली कुर्ता ने      

व्यक्तित्व में आकर्षण उत्पन्न करने के कई तरीके होते हैं। उनमें सबसे अहम् है हमारा पहनावा। विभिन्न मौकों पर अनुकूल पहनावा न सिर्फ हमें प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराने में मदद करता हैए बल्कि इससे हमारे भीतर आत्मविश्वास भी उत्पन्न होता है। इसलिए इस ओर ध्यान देना है बेहद जरूरी। जब ऐसी बात है तो फैशन को समझना भी है जरूरी। आजकल फैशन में है अनारकली कुर्ता। खास बात है कि इन दिनों ऐसे अनारकली कुर्ते अधिक पसंद किए जा रहे हैंए जिनकी लंबाई इतनी अधिक होती है कि चूड़ीदार भी नजर नहीं आती। यदि आपकी लंबाई ज्यादा है तो प्लेन कलर के कुर्ते में लंबाई और अधिक दिखेगी। ऐसे में संतुलन उत्पन्न करने के लिए आप कंट्रास्ट बॉर्डर वाला अनारकली कुर्ता चुन सकती हैं। स्लीव्स और गले में भी कंट्रास्ट कलर से डिजाइन अच्छी लगेगी। इसी प्रकार दुपट्टा भी कंट्रास्ट कलर में चुनें। पार्टी वेयर ड्रेस चाहिए तो भारी जरी के बार्डर वाला अनारकली कुर्ता चुन सकती हैं। अनारकली कुर्ता आपको हर अवसर के अनुकूल अहसास देगा। इसे आप न सिर्फ खास मौकों पर पहन सकती हैंए बल्कि घूमने.फिरने के दौरान पहनने लिए भी है यह परफेक्ट ड्रेस।

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